उत्‍सव तो समझ में आया। लेकिन गुडि़या क्‍यों पीटीं ?

: गुडि़या घर की वही महिलाएं बनाती हैं, जो पुण्‍य-प्रसाद के तौर पर पति-देव द्वारा पीटी जाती हैं : बच्चियां तो गुडि़यों की खाल खिंचवाने के लिए लड़कों से गुजारिश और पिटती गुडि़यों को देख-देख कर किलकारियां मारती हैं : हिंसा शस्‍त्र स्‍वादिष्‍ट चिरौंजी, लेकिन उससे हिंसा, बाप रे बाप : कुमार सौवीर लखनऊ : […]

आगे पढ़ें

पुत्रों को दुग्ध-पान, बेटियों की सरेआम पिटाई

स्त्रीसशक्तीकरण की दिशा में कलंक है गुडि़या पीटने की परंपरा : नागपंचमी के दिन अजब-गजब रिवाज, गुडि़या पीटने का औचित्य : मनाते हैं सब लोग, लेकिन कारण किसी को नहीं पता : कोई लौकिक परम्परा बताता है तो कोई लोकाचार : कुमार सौवीर नागपंचमी के दिन एक ओर तो बेटों को दूध पिलाने की परम्परा […]

आगे पढ़ें