भौजी हैं तो बहुत मस्‍त। लेकिन हमारी खुशी नहीं चाहतीं

: मूर्तियों के गुणों पर वाहवाही, लेकिन कुटुम्‍ब में उपेक्षा : भौजी-सहस्रनाम प्रशस्ति-गाथा को भौजी-कोटिनाम में तब्‍दील करने का भगारथी-प्रयास : परिवारीजनों से सम्‍पत्ति और स्‍नेह खूब झटकते, पर उनकी प्रशंसा करने में हम बेहद कंजूस : भगवान पर मक्‍खनबाजी, परिजनों की उपेक्षा। फॉर-ग्रांटेड : कुमार सौवीर लखनऊ : आपने विष्णु सहस्रनाम, ललिता सहस्रनाम, गायत्री […]

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विधानसभा अध्‍यक्ष थे वासुदेव सिंह। कुइंचा भर थे। ताई ने घर से भगाया

: कुछ की फितरत होती है। क्‍या ब्राह्मण और क्‍या ठाकुर : ठीक से ब्राह्मण तो न बन पाये, लेकिन नौकरी और जिन्‍दगी में ठाकुर-धर्म ठसक के साथ निभाया : वाईपी सिंह जैसी बेहद आत्‍मीयतापूर्ण हंसी मैंने जीवन में बहुत कम ही देखी : कुमार सौवीर लखनऊ : प्रतापगढ़ में एक गांव है किलाइन। वाराणसी […]

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