किसानों ने नोंचा मोदी का पखौरा, जैसे मैंने 35 बरस पहले काटा था

: जैसे सिंधु-बार्डर पर किसान सर्दी से निपटने को दारू पी रहे : सात सौ लाशें बिखेरने पर न कोई दुख, न क्षोभ, न आत्मग्लानि, न क्षमा याचना : थोडा बुखार होगा, लेकिन जीत युगों तक फहरायेगी : बाद में राकेश चंद्राकर और अनिल शुक्‍ला ने मुझे बड़ा धोखा दिया : देवेंद्र आर्य बता रहे […]

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मितरों ! विकास के लिए अब ‘किसान मुक्त भारत अभियान’

: पहली बार हम खेतों में उगायेंगे सोने की बालियां : लोकतंत्र को मंत्रिमंडल तक सीमित किया जाएगा : भारत को ‘भ्रष्टाचार मुक्त’ और ‘कांग्रेस मुक्त’ के बाद अब विपक्ष मुक्‍त भारत बनायेंगे : देवेंद्र आर्य नई दिल्‍ली : मितरों ! आपको याद हो कि न याद हो हमने ‘भ्रष्टाचार मुक्त’ भारत का सपना पूरा […]

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नागार्जुन महान थे, लेकिन गुनगुन की व्‍यथा भी कम नहीं

: अपनी पीड़ा देर से ही बयान करने वाली स्त्री की ट्रोलिंग सही नहीं कही जा सकती : गुनगुन को सही नहीं मान रहे, तो नागार्जुन पर लगे आरोपों को भी गलत न मानें : देवेंद्र आर्य गोरखपुर : महान और जनकवि नागार्जुन पर एक युवती द्वारा दुष्‍कर्म करने के मामले में आज एक बड़े […]

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