लो, आ गया जमालगोटा

: च्‍यवनप्राश के साथ विनाशाय च दुष्‍कृताम और परित्राणाय साधूनाम का डंका बजेगा : अपवित्रों-पापियों की पृष्‍ठभूमि में बिना छीला बांस उगायेगा च्‍यवनप्राश व जमालगोटा : जगत-काय को स्‍वस्‍थ करेगा साशा सौवीर का सद्य-स्‍तनपायी जमालगोटा अवतार : कुमार सौवीर लखनऊ : एक पढ़ा-लिखा और अपने अध्‍ययन को लेकर समर्पित रहा व्‍यक्ति जब चंद नोटों के […]

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तनिक समझिये तो, कि कोई बिलख कर क्यूँ रोता है

: सबसे दर्दनाक है किसी महिला का चुपके से आंसू पोछना : विदीर्ण मनो-शारीरिक अक्षमता से जन्मा असहायता बोध आपके दिल-दिमाग में विस्फोट कर देगा : भविष्य में दूसरों के आंसू पोंछने के लिए क्या उद्यम करेंगे आप ? कोशिश कीजिये, ताकि ऐसा दर्दनाक मंजर आपके सामने न आये ? : कुमार सौवीर लखनऊ : […]

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