पुरूष करे तो वाह-वाह, स्‍त्री देह प्रदर्शन करे तो आसमान फट जाए

: पुरूष की देह-यष्टि पर स्‍त्री समर्पित, जबकि स्‍त्री के प्रयासों पर खिल्‍ली उड़ाता है पुरूष : संवेदनशील विशेषज्ञ  बता रहे हैं स्‍त्री-पुरूष मानसिक हालत पुरूष के विद्रूप दर्प का असली धागा : हर हाल में औरत को दबोचने-कुचलने पर आमादा रहता है पुरूष : कुमार सौवीर लखनऊ : हर प्राणी ने अपने मजबूत करने […]

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रोशनलाल आज होते तो ऐसे अफसरों को तमाचे मारते

: तुम सबसे बड़े नौकर हो, नौकर की तरह ही व्यवहार करो : तब यही आला अफसर दो-कौड़ी के साबित हो जाते हैं : बात-बात पर बिदक होना तुम्हें शोभा नहीं होता अफसरों : अहंकार-गंगा से गन्दगी फैला रही है आज की ब्यूरोक्रेसी : तुनकमिजाजी रग-रग में बसी है, और वजह है बेईमानी : लो […]

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