सन्‍नी लेओन की भद्दी संस्‍करण किरन यादव ने दिया रक्षाबंधन का तोहफा

बिटिया खबर

: हस्‍तमैथुन का वीडियो रिलीज करने के बाद किरन एक असली भाई खोजने की तलाश में : दस लाख से ज्‍यादा फॉलोविंग है वैशाली की नव-नगरवधू किरन यादव के पास : प्रगतिकामी और तथाकथित प्रगतिशील लोगों की भीड़ किरन की वाल पर कर रही है धमाल :



कुमार सौवीर

लखनऊ : रक्षाबंधन के दिन पूरे ब्रह्माण्‍ड के भाइयों की ओर से भेजे गये बिहार की गर्व-गर्ल किरन यादव की मित्रता आमंत्रण ने कल मुझे वाकई निहाल कर दिया। टूटी-फूटी हिन्‍दी, स्‍कूली वक्‍त घण्‍टा-कट कर येन-केन-प्रकारेण आठवीं तक की डॉक्‍टरी-समान मार्क्‍सशीट हासिल करने वाले स्‍तर की भाषा, अण्‍ट-शण्‍ट विचार, भाजपा का अंध और अश्‍लील विरोध, उसकी खांटी देशज फोटो, और वीडियो पर उसकी भंगिमा-भाव वाकई सेक्‍स के सेंसेक्‍स को उछालने के लिए पर्याप्‍त थे।

किरन यादव के समर्थक केवल बुद्धिजीवी ही हैं, वह भी सिर्फ वे जो दलित-विमर्श की खाद-पानी से उपजे हैं, या फिर जिन्‍हें किरन यादव की वाल पर समर्थकीय उछलकूद कर अपना बाजार उचकाना है। अरे हां, खूब याद आया। किरन यादव की समर्थक-भीड़ में तथाकथित जेएनयू और वामपंथी विचारधारा से जुड़े लोग खूब धक्‍कम-धुक्‍की कर रहे हैं। शैली केवल वही:- सजनी हमहूं राजकुमार।

बौद्ध संस्‍कृति से उपजे एक नाम पर बसे इलाके वैशाली की रहने वाली हैं, जो आजकल बिहार की राजधानी पटना से सटे जिले हाजीपुर का भी एक नाम है। महानतम साहित्‍यशिल्‍पी आचार्य चतुरसेन शास्त्री ने इसी वैशाली के नाम पर एक एक वृहद ग्रंथ-उपन्‍यास लिखा था। लेकिन यह उपन्‍यास उसी वैशाली नामक इस इलाके की एक नगरवधू के नाम था पर था, जिसका नाम आम्रपाली था। आम्रपाली उस वैशाली क्षेत्र में बसने वाली वेश्‍याओं में सर्वाधिक धनी, क्षमतावान, सौंदर्यशाली और सत्‍ता के वरदहस्‍त की स्‍वामिनी थी। चतुरसेन ने अपने इस उपन्‍यास का नाम उसी आम्रपाली को लेकर रखा था:- वैशाली की नगरवधू।

बहरहाल, किरन यादव इसी वैशाली या हाजीपुर की रहने वाली है। फेसबुक पर उसके नाम का डंका बज रहा है। सोशलसाइट्स में उसके फॉलोवर्स की संख्‍या दस लाख से ऊपर निकल चुकी है। कहने की जरूरत नहीं कि अच्‍छे-अच्‍छे नेताओं और अभिनेताओं तक की भी इतनी फॉलाविंग नहीं है, जितनी संख्‍या किरन यादव ने हासिल कर ली है। फेसबुक के अनुसार किरन यादव अब दिल्‍ली में रहती हैं। उनकी खबरें, उनके विचार, उनके वीडियो से उनका धमाल मचा रहता है। किरन यादव को लेकर इससे ज्‍यादा कोई भी जानकारी किसी को भी नहीं है।

हिन्‍दू धर्म को दुनिया का सर्वाधिक निकृष्‍ट धर्म मानती हैं किरन यादव। लेकिन हिन्‍दू धर्म-चिन्‍हों पर पूरी तरह निर्भर है उनके आभूषण और उनका श्रंगार व वस्‍त्र आदि। गहरी मांग में लाल-लाल सिंदूर, घनी और दर्जनों चूडि़यां, साड़ी, हार, मंगलसूत्र, वगैरह-वगैरह। चेहरे की बनावट और चालढाल निहायत देशज और घरेलू संस्‍कारों से सना-लिथड़ा हुआ।

लेकिन सबसे ज्‍यादा हंगामा तो किरन यादव ने तक किया जब उसने रक्षाबंधन के ठीक पहले अपना एक वीडियो जारी कर दिया। करीब दो मिनट वाले इस वीडियो पर आजकल जमकर हंगामा चल रहा है। इसमें भारतीय वेश-भूषा में सजी किरन यादव बिस्‍तर पर कोहनियों के बल लेटती दिख रही हैं, और उसके बाद वे करीब डेढ़ मिनट तक कमर तक पूरी निर्वस्‍त्र होकर सघन हस्‍तमैथुन करती दिख रही हैं। इसके बाद किरन यादव ने अपने फेसबुक पर एक पोस्‍ट लिखी है कि:- मैं खोज रही हूं कोई ऐसा भाई, जो मुझे बहन की तरह प्‍यार करे, रक्षाबंधन पर ऐसे भाई की प्रतीक्षा कर रही हूं मैं।

कहने की जरूरत नहीं कि किरन यादव का वीडियो कर्म पर ही आधारित है, इसलिए समझदार और इशारों को समझने पर यकीन करने वालों तथा मूक-वधिर लोगों को यह वीडियो खूब पसंद आयेगा। मुझे विश्‍वास है कि बिहार की इस नवजात सन्‍नी लियोन के माध्‍यम से बिहार ही नहीं, बल्कि पूरा देश लाभान्वित होगा। नव-युग के अमोघ-अस्‍त्रों से लैस होगा देश। समानता, सम्‍पन्‍नता, शिक्षा, वगैरह-वगैरह।

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