सुरक्षा और विदेश नीतिगत मसलों पर काम करेंगी
वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की करीबी सहयोगी और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत सुजैन राइस, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में व्हाइट हाउस का हिस्सा बन गयी हैं। राइस (48) से पहले टॉम डोनिलन अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) थे। एनएसए के तौर पर राइस राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेश नीति के मुद्दों पर ओबामा की शीर्ष सलाहकार होंगी।
राइस ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, संयुक्त राष्ट्र में 4 से 5 साल तक राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के तौर पर काम कर मैं खुद को सम्मानित महसूस करती हूं और व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर नयी शुरूआत करने को लेकर मैं उत्साहित हूं। राइस संभवत: अमेरिका की पहली ऐसी एनएसए होंगी जिनका ट्विटर अकाउंट है। ट्विटर पर उनके 3,00,000 फॉलोअर हैं।
ओबामा ने गत 5 जून को राइस को एनएसए नियुक्त किए जाने की घोषणा करते हुए कहा था, सुजैन अमेरिकी कूटनीति और नेतृत्व की बेहतरीन परंपरा की मिसाल हैं। वह जुनूनी और व्यवहारिक हैं। ओबामा ने कहा, एक विदुषी होने की वजह से उन्हें पता है कि अमेरिकी नेतृत्व का कोई विकल्प नहीं है। वह किसी आम नीति पर लोगों की सहमति कैसी बनायी जाए। वह एक निष्ठावान सरकारी नौकर हैं, एक देशभक्त हैं, जो देश को सबसे उपर रखती हैं। वह निडर और मजबूत इरादे वाली हैं। राइस को भारत के साथ मजबूत संबंधों की वकालत करने के लिए जाना जाता है। भारत दो साल के लिए जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य था तब संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत के तौर पर उन्होंने तत्कालीन भारतीय राजदूत हरदीप पुरी के साथ करीबी व्यक्तिगत संबंध बनाए रखे थे। राइस पिछले साल अगस्त में छुट्टी के दौरान भारत आयी थी। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन समेत शीर्ष भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की थी।