कुमार सौवीर ने नौशाद अली से मांग ली बिना-शर्त माफी

मेरा कोना

: क्षमा-याचना, कि मैंने नौशाद को रंगदार बताया। सच तो यह है कि वह ब्‍लैकमेलर भी है : अब यह शख्‍स कमार सौवीर से पांच लाख रूपयों की रंगदारी मांग रहा है : जेल जा चुके इस ग्रेट-ब्‍लैकमेलर को भी है अपनी बेइज्‍जती खराब होने की चिंता : आईबीएन-7 का रिपोर्टर बन कर मांगी थी पांच लाख रूपयों की रंगदारी :

कुमार सौवीर

लखनऊ : डॉक्‍टर सैयद नौशाद अली से मैंने माफी मांग ली है। मैंने यह भी कह दिया है कि मैं अपनी करतूत पर शर्मिंदा हूं, और आइंदा ऐसा नहीं करूंगा। यह भी कहना चाहता हूं मैं नौशाद अली से, कि अगर वह चाहे तो मैं अपने इस अपराध के लिए सार्वजनिक रूप से उसके पैर छूकर माफी मांगने को भी तैयार हूं। क्‍योंकि मैं खूब जानता हूं कि अगर गलती का अहसास किसी को हो जाए, तो उस शख्‍स को अपनी गलती के लिए सम्‍बन्धित व्‍यक्ति के सामने बिना शर्त माफी मांग लेनी चाहिए। लेकिन समस्‍या यह है कि मैंने इस मसले पर कई बार नौशाद को फोन मिलाया, मगर उस नामुराद ने मेरा फोन ही नहीं रिसीव किया। इसलिए मैं इस पूरे मसले पर आप सब के सामने माफी मांगना चाहता हूं।

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मैं मानता हूं कि मैंने नौशाद अली के बारे में पूरी जानकारियां अपने पाठकों तक नहीं परोसी हैं। ऐसा नहीं था कि मैं उसके बारे में पूरी जानकारियां नहीं जानता था, लेकिन सच बात यह थी कि मैं नौशाद को पूरी तरह नंगा नहीं करना चाहता था। लेकिन अब चूंकि नौशाद अली ने खुद ही अपने पैरों पर कुल्‍हाड़ी दे मारी है, तो फिर मेरा दायित्‍व हो जाता है कि मैं इसके पूरे कर्मकाण्‍ड को सार्वजनिक कर ही दूं। क्‍योंकि लगता है कि नौशाद की पूरी कलई अभी नहीं उतार पायी है। यही वजह है कि अपनी लुटी इज्‍जत के बाद  बेआबरू हो चुके नौशाद ने मुझे 5 लाख रूपयों का मुआवजा मांग लिया है और धमकी दी है। इतना ही नहीं, उसने यह भी धमकी दी है कि अगर यह भुगतान मैंने नहीं किया तो नौशाद मुझ पर नालिश यानी मुकदमा दायर कर यह रकम वसूल लेंगे।

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पत्रकार पत्रकारिता

तो नौशाद की वह शुरूआत सन-08 से ही मुझे पता है, जब उसने खुद को आईबीएन न्‍यूज चैनल का रिपोर्टर बन कर एक व्‍यवसायी से पांच लाख रूपयों की थी, और कहा था कि यह रकम न मिलने पर वह उस व्‍यवसायी को खबर के माध्‍यम से सरेबाजार नंगा कर देगा। उस व्‍यवसायी ने नौशाद की इस डिमांड से घबरा कर यह मामला शहर कोतवाली को खबर दी कि आईबीएन चैनल का रिपोर्टर बन कर यह उगाही की धमकी जा रही है।

तब के कोतवाल चौंक गये, क्‍योंकि उन्‍हें पता था कि आईबीएन चैनल के स्‍थानीय रिपोर्टर नीरज सिंह थे। पुलिस पूछताछ में पता यह भी चला कि इसके पहले भी कई लोगों को आईबीएन न्‍यूज चैनल के नाम पर नौशाद अली ने भारी उगाही कर रखी थी। उन्‍होंने नीरज से पूछताछ की, तो पता चला कि नौशाद कई बरस से लोगों के बीच खुद को पत्रकार के तौर पर पेश करता है, और लोगों को ब्‍लैकमेल करता रहता है। इस पर कोतवाली में नौशाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर नौशाद को जेल भेज दिया गया। मुकदमा अभी भी चल रहा बताया जाता है।

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जुल्‍फी प्रशासन

इस वक्‍त राजस्‍थान के कोटा शहर में दैनिक भास्‍कर दैनिक समाचार पत्र में वरिष्‍ठ संवाददाता के पद पर कार्यरत नीरज सिंह तब जौनपुर में ही रहते थे। नीरज सिंह नौशाद की इस करतूत की पुष्टि भी करते हैं। जबकि नौशाद का कहना है कि इस मामले में पुलिस और उस व्‍यवसायी ने फंसा दिया था, हकीकत यह थी उस मामले में वह पूरी तरह निर्दोष थे। और उस व्‍यवसायी के खिलाफ मुकदमा करने जा रहे हैं। नौशाद का कहना है कि वह व्‍यवसायी हवाला का धंधा करता था। और वे उसकी असलियत खोलने पर आमादा थे।

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पत्रकारिता के नाम पर रंगदारी

बहरहाल, नौशाद अली को लेकर कई-कई कहानियां जौनपुर की गलियों-मोहल्‍लों में पसरी हुई हैं। फिलहाल तो नौशाद ने मुझे पांच लाख रूपयों की रंगदारी मांग कर धमकी देने की कोशिश की है। बहरहाल, प्रमुख न्‍यूज पोर्टल मेरी बिटिया डॉट कॉम ने नौशाद अली के बारे में जरूरी जानकारियां खोजने का अभियान छेड़ दिया है।

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