राजस्थान में बढ रही हैं महिलाओं पर जघन्य हमलों की वारदातें

सैड सांग

स्त्रियों को सम्मान देने के लिए मशहूर सूबे की खुली कलई
चित्तौडगढ में लीला को इश्क में पागल ने जिन्दा  जला दिया
इस हादसे ने कुछ बरस पहले हुए तेजा-कांड के घाव हरे किये
इसके पहले भी हो चुकी हैं गैंगरेप या तेजाब फेंकने की वारदातें

महिलाओं को समाज की इज्जत मानने वाले राजस्थान में भी अब नैतिकता का रामनाम सत्‍य होता दिखने लगा है। तेजी से बदलते सामाजिक मूल्यों  ने महिलाओं पर नृशंस और जघन्या अत्या चार अब सतह से ऊपर दिखायी पडने लगे हैं। ताजा मामले के अनुसार राजस्थान की मार्बल नगरी किशनगढ़ में गुरूवार को एक सिरफिरे आशिक ने युवती को उसी के घर में जिन्दा जला दिया। कारण सिर्फ इतना था कि 20 वर्षीय शीला नामक युवती ने उस सिरफिरे के साथ शादी रचाने से इंकार कर दिया था।
खबरों के अनुसार चितौडगढ़ निवासी लीला कंवर गर्मी की छुट्टियां बिताने अपने पीहर आई हुई थी। वारदात के वक्त लीला भी घर में ही मौजूद थी। लीला के अनुसार आरोपी अर्जुन शर्मा अपने साथी शिव सौरभ, लोकेश व रघुराज के साथ जबरन उनके घर में घुसा और शीला को साथ ले जाने के लिए जबरदस्ती करने लगा। इसी कश्मकश के बीच अर्जुन ने शीला को जमीन पर पटक दिया और घर में रखी केरोसिन से भरी जरीकेन उड़ेलकर आग लगा दी। आग की भीषण लपटों से घिरी लीला ने जब चिल्ला ना शुरू किया तो आरोपियों ने उसकी जमकर पिटाई भी की। हत्या।रों ने इस बात का पूरा ईत्मीशनान हो जाने के बाद कि लीला की मौत हो चुकी है, हमलावर मौके से भाग निकले। लेकिन बाद में गंभीर रूप से जली हालत में अस्पवताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने पुलिस को पूरी हकीकत बतायी।
बाद में मदनगंज थाना पुलिस ने लीला की रिपोर्ट पर आरोपी अर्जुन व उसके तीन साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और प्रकरण में लिप्त शिव सौरभ को गिरफ्तार कर लिया। आपको जानकर हैरत होगी कि शिव सौरभ किशनगढ़ में वार्ड 8 के भाजपा पार्षद हरिसिंह का पुत्र है। शीला ब्यूटी पार्लर का कार्य करती थी। उसकी सगाई तीन वर्ष पूर्व ही अपनी बहन लीला के देवर से हुई थी और दो माह बाद उसकी शादी होने वाली थी। शीला के हाथ पीले होने से पूर्व हुई इस घटना ने पूरे परिवार को कमजोर कर दिया। माता-पिता की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
शीला को घर में घुस कर जलाए जाने की घटना ने आठ साल पहले शहर में घटित तेजा काण्ड के जख्म ताजा कर दिए। कुछ ही बरस पहले धरतेरस के दिन गणेश मंदिर के पास रहने वाली बहनें निशा व पूजा घर से बालाजी की बगीची स्थित मंदिर जा रही थी। इसी समय दो तीन युवक आए और उन्होंने बोतल में भरी तेजाब की बोतल दोनों बहनों पर उडेल दी थी। इससे पूजा का चेहरा व कान वगैरह जल गए। उसकी बहन निशा भी मामूली रूप से झुलस गई। बाद में आरोपियों को पकड़ लिया गया था।
उधर, मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र स्थित मानिकपुर गांव में हवस के भूखे कुछ युवकों ने एक 15 साल की किशोरी के साथ धोखे से गैंगरेप कर डाला। वारदात से पूर्व लड़कों ने उसे मोबाइल पर फोन किया और कहा कि उसकी मां एक रोड एक्सीडेंट में घायल हो गई है और प्रखंड कार्यालय के सामने पड़ी हुई है। मां के हादसे में घायल होने की सूचना मिलते ही किशोरी दौड़ी-भागी बदहवास होते हुए पहुंची। लेकिन, वहां उसे मां नहीं मिली। मिले तो कुछ लड़के। उन लड़कों ने बहला-फुसलाकर उसे नशीली दवा खिलाई और उसके साथ गैंगरेप किया। जब उसे होश आया तो उसने स्वयं को बाजार में पाया। इसके बाद लड़की के पिता ने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।

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