: कोतवाल की गुण्डागर्दी, कवरेज करने गये ईटीवी के पत्रकार को थाने पर पीटा : लगातार बढ़ती जा रही रेप की घटनाओं के बाद कोतवाल से पक्ष जानने पहुंचा था अखिलेश सोनकर : कैमरा और मोबाइल छीन कर बिठा लिया है कोतवाली में :
कुमार सौवीर
चित्रकूट : प्रतापगढ़ में जिया उल हक वाले मामले में अपनी हरकतों से खासी शोहरत हासिल कर चुके एक कोतवाल ने आज ईटीवी के एक संवाददाता को न सिर्फ पीट दिया, बल्कि उसके कैमरे और मोबाइल फोन तक जब्त कर लिये। इतना ही नहीं, इस दारोगा ने यह भी हुक्म जारी किया है कि जब तक वह न कहे, इस पत्रकार को न पानी दिया जाएगा, और न ही टस-से-मस होने की इजाजत। बहरहाल, अभी एक घंटा पहले हुए इस हादसे के बाद से ही कोतवाली में पत्रकारों का जमावड़ा जुटना शुरूह हो गया है। जबकि इस बारे में बातचीत करने के लिए किसी भी अधिकारी का फोन नहीं उठ रहा है।
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जी हां, मर्यादा पुरूषोत्तम राम और तुलसीदास की कर्म-भूमि चित्रकूट में नारद-कुल के वंशजहों यानी पत्रकारों की मर्यादा को कंस-वंशजों ने अपने सारे घोड़े खोल दिये हैं। खास कर यहां की कर्वी कोतवाली में। यहां के बिगडैल कोतवाल ने यहां सरेआम फरमान जारी कर दिया है कि जो भी पत्रकार थाने पर आये, उसकी पहले तो तलाशी ली जाए। और अगर उसके पास कैमरा बरामद हो जाए, तो फिर सबसे पहले तो उस पत्रकार का स्वागत उसे पीटने-कूटने के तौर पर किया जाए।
आपको बता दें कि यहां के रामघाट इलाके में बलात्कार की एक घटना का कवरेज करने के बाद यहां कोतवाल से उस का पक्ष जानने के लिए इटीवी के संवाददाता अखिलेश सोनकर कर्वी थाने पर गये थे। लेकिन अखिलेश के हाथों में कैमरा देखते ही कोतवाल मनोज शुक्ला बिगड़ैल सांड़ की तरह बिदक पड़ा। उसने अखिलेश को बुरी तरह पीटा और उसके कैमरा समेत मोबाइल आदि जब्त कर लिया। साथ ही हुक्म जारी किया कि उसे तब तक थाने पर बिठाये रखा जाए, जब तक कि यहां के सारे पत्रकारों का का दिमाग ठीक से दुरूस्त न हो जाए।
अखिलेश ने प्रमुख न्यूज पोर्टल मेरी बिटिया डॉट कॉम संवाददाता को बताया कि यह कोतवाल किसी बिगड़ैल सांड़ की तरह व्यवहार कर रहा है। उसने उन मोबाइल को भी जब्त कर लिया है, जिसमें कैमरा और नेट की सुविधा है।
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