: किसी महान उत्सव-पर्व की तरह मनाया गया डोंजा गांव में सचिन तेंदुलकर का आगमन : कई बरस पहले ही सचिन ने किया था डोंजा गांव को गोद लेने का फैसला : पूरा गांव सजाया गया, ग्रामीणों ने रंग खेल कर खुशी मनायी :
मेरी बिटिया संवाददाता
उस्मानाबाद : यह न तो आश्वासन-गुरू टाइप नेता है, जो बात-बात पर झूठ बोल पड़ता हो और आश्वासन को हमेशा-हमेशा के लिए भूल कर किसी दूसरे वायदे-आश्वासन की डगर पकड़ लेता है। यह कोई कामचोर अफसर भी नहीं है, जो केवल कमीशनखोरी में लगा रहता हो, सत्तासीनों के इशारे पर उनकी जूतियां चाटते हुए अपना जीवन व्यतीत कर देता हो, ताकि उसकी पोस्टिंग हमेशा-हमेशा मलाईदार ही बना रहे।
लेकिन यह तो महज दो-ढाई फुट वाला मामला है, जो लकड़ी का बल्ला और उस पर कमाल दिखा कर पूरी दुनिया जीत लेने वाले ढाई फुटिया इंसान का मामला है। ढाई फुटिया बोले तो सचिन तेन्दुलकर। पूरी दुनिया में भारत का डंका अकेले अपने बल पर बजाने वाला सचिन। भारत रत्न, जो राज्यसभा का मनोनीत सदस्य सांसद है। यही सचिन आज अपनी चमकदार और लकदक दुनिया छोड़ कर एक अनोखी और अनजानी सी अलग दुनिया में पहुंच गया, तो लोग उत्साह से उचक पड़े।
जी हां, अपनी मोहक मुस्कुराहट लिए सचिन जब यहां डोंजा गांव में पहुंचे तो यक-ब-यक किसी को यकीन तक नहीं आया कि दुनिया का एक महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर उनके बीच उनके गांव में न केवल आया है, बल्कि उनकी जमीन और वहां की धूल से बाकी लोगों की तरह ही घुलमिल गया है। ठीक उसी तरह जैसे गांव का कोई पुराना बाशिंदा, जो अपने बीच का ही है। सौ फीसदी।
आज दोपहर करीब 11 सचिन तेंदुलकर हेलीकॉप्टर से महाराष्ट्र के मराठवाडा रीजन में आने वाले उस्मानाबाद जिले में स्थित डोंजा नाम के एक गांव में पहुंच गये। लेकिन सचिन के आने की खबर यहां के लोगों को पहले से ही थी। आसपास के गांव ही नहीं, बल्कि दूर-दराज के लोग भी सचिन को देखने यहां पहुंच गये थे। सचिन के स्वागत के लिए गांववालों ने पूरे गांव को सजा लिया था। युवक तो केवल होली खेलने के मूड में थे। हर ओर रंग, गुलाल, अबीर उड़ रहा था। रंगों ने सचिन को भी अपनी रंग में रंग डाला।
आपको बता दें कि सचिन तेंडुलकर ने इस डोंजा गांव को दत्तक लिया है। मंगलवार मे सचिन यहां के लोगों से गांव-मुलाकात पहुंचे गये थे। उन्होंने गांव के विकास की जानकारी की, समीक्षा की, यहां के बच्चों के साथ गपशप कि और क्रिकेट भी खेला। पूरे दिन डोंजा गांव में उत्साह और उल्लास का माहौल बना रहा।
उस्मानाबाद भारतीय राज्य महाराष्ट्र का एक जिला है। जिले का मुख्यालय उस्मानाबाद में स्थित है। महाराष्ट्र के मराठवाडा क्षेत्र में स्थित उस्मानाबाद जिले को प्रारंभ में धाराशिव नाम से जाना जाता था। तुलजा भवानी मंदिर के कारण यह स्थान पूरे देश में लोकप्रिय है। 7550 वर्ग किलोमीटर में फैले इस नगर की जलवायु शुष्क है। भजन, कीर्तन और गोंधल यहां की लोकप्रिय लोक कलाएं हैं। पर्यटकों के देखने के लिए यहां अनेक दर्शनीय स्थल हैं। [[नलदुर्ग किला] ], तुलजापुर, परांडा किला, कुंतल गिरी, जैन मंदिर, घाट शिला, गरीब बाबा मठ आदि यहां के लोकप्रिय और प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल हैं। इन दर्शनीय स्थलों को देखने के लिए यहां देश के अनेक हिस्सों से सैलानियों का आना लगा रहता है।