: साजिश है गिरफ्तारी, व्हाट्सऐप्प पर एसपी को सूचना और राजस्थान पुलिस द्वारा उसे धोखा देकर गिरफ्तार किया जाना : एससी-एसटी कानून और अधिकारों का खुलेआम दुरुपयोग :
संजय कुमार सिंह
नई दिल्ली : राजस्थान के पत्रकार दुर्ग सिंह राजपुरोहित की गिरफ्तारी, व्हाट्सऐप्प पर एसपी को सूचना और राजस्थान पुलिस द्वारा उसे धोखा देकर गिरफ्तार किया जाना और पटना पहुंचा दिया जाना। वहां यह पता चलना कि उसके खिलाफ (अदालत में) दर्ज मुकदमा फर्जी है। शिकायतकर्ता को कुछ पता ही नहीं है। यह एससी-एसटी कानून और अधिकारों का खुलेआम दुरुपयोग किए जाने का मामला है।
इसमें भाजपा के एक बड़े नेता (जो राज्यपाल भी बड़े हैं) के शामिल होने की चर्चा है। क्या इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को स्थिति स्पष्ट नहीं करनी चाहिए? केंद्रीय गृहमंत्री को चाहिए कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराएं, पत्रकार को तुरंत राहत दिलाएं और उसे हुई शारीरिक, मानसिक और आर्थिक पीड़ी के लिए कम से कम 10 लाख रुपए मुआवजा देने की व्यवस्था करें।