: पत्नी फातिमा रजा ने कहा कि जीना हराम कर दिया मुख्यमंत्री के भाई धर्मेंन्द्र ने : पूरे शहर की सड़कें खोद डालीं, रोड-कटिंग का 22 करोड़ रूपया तक अदा नहीं किया : नर्क में तब्दील हो गया है बदायूं शहर : अब तो सीधी जंग छोड़ेंगे रजा-दम्पत्ति : रजा विधायक हैं, जबकि फातिमा बदायूं नगर पालिका अध्यक्ष :
कुमार सौवीर
लखनऊ : न यह कम हैं और न वो ज्यादा। सारा झगड़ा लूट और कमीशन को लेकर है, जिसकी इम्तिहां अब खूनी जंग में तब्दील होने वाली है। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और राज्यमंत्री का ओहदा हासिल किये समाजवादी पार्टी के विधायक आबिद रजा और उनकी पत्नी फातिमा को अंदेसा है कि है सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के भतीजे और सपा सांसद धर्मेंन्द्र यादव उनके खानदान को जान से मार डालने की साजिश कर रहे हैं। अब खबर है कि आज बुधवार की शाम आबिद रजा अब खुली प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर अपनी जंग का खुलासा करेंगे। इस बात की भी गुंजाइशें खूब बनी हुई हैं कि यह दम्पत्ति किसी दीगर पार्टी से गलबहियां कर लें।
आपको बता दें कि बदायूं में अंडर लाइन बिजली की लाइन डालने का ठेका सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव के पास है, जो मुलायम सिंह यादव के सगे भतीजे हैं। यह सारा कामधाम धर्मेन्द्र का भतीजा देखता है, जिसकी फर्म राजीव कंस्ट्रक्शंस के नाम से है। इस फर्क को इस काम के लिए 80 करोड़ रूपयों का ठेका मिला है। लेकिन यह फर्म ने यह काम बिना नगर पालिका और पीडब््लूडी की इजाजत के ही शुरू कर दिया। जबकि इसके लिए नियमत: 22 करोड़ रूपयों का भुगतान नगर पालिका और पीडब्ल्लूडी को मिलना चाहिए। उस भुगतान के बाद ही यह काम शुरू होना चाहिए। लेकिन फातिमा रजा का कहना है कि ऐसा नहीं हो रहा और सारी गुंडागर्दी के तहत पूरे शहर की सारी सड़कें खोद डाली गयी हैं। शहर में चलना अब दुश्वार होता जा रहा है।
फातिमा रजा का आरोप है कि जब उन्होंने राजीव कंस्ट्रक्शंस से ऐतराज करते हुए मामला सरकार तक पहुंचाया तो उन्हें सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव ने जान से मारने की धमकियां दीं और उनके कत्ल की साजिशें बुनी जाने लगीं। उनका आरोप है कि चूंकि धर्मेन्द्र यादव मुख्यमंत्री के भाई हैं, इसलिए प्रशासन और पुलिस भी रजा दम्पत्ति के खिलाफ मोर्चा खोल बैठा है। पूरी उम्मीद है कि रजा दम्पत्ति सपा छोड़ कर किसी दीगर पार्टी का दामन लपक लें।
उधर विधायक आबिद रजा और बदायूं नगर पालिका की अध्यक्ष और रजा की पत्नी फात्मा रजा पर भी खूब आरोप लग रहे हैं। एक अन्य सूत्र का आरोप है कि सड़क खोद कर फेंक दी गयी है, कोई मरम्मत भी नही की जा रही है, बाद खोदो, केबिल डालो, ऐसे ही उल्टा सीधा भरो और बड़ो आगे। रजा ने इस बिजली केबिल के ठेके में 20 खोखे मांगे थे रिश्वत और सड़क के नाम पर। जिसको सांसद के भांजे राजीव यादव ठेकेदार ने मना कर दिया, इसके बाद अखबारबाजी हुई। रजा साहब गए चचा के पास ठेका खत्म खत्म कराने की गरज से। मगर हुआ उल्टा। पुत्तर प्रदेश नरेश ने अपने भ्राताश्री सांसद के मामा जो उनके भी मामा हुए उनका पक्ष रखते हुए किया वाहर, सपा से।
आबिद रजा पर दर्जन भर से भी ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड में सदर कोतवाली में मुकदमा अपराध संख्या- 489/98 धारा- 307 आईपीसी के तहत दर्ज हुआ था, अगले वर्ष- 1999 में 636/99 धारा- 420, 467, 468, 471, 504, 384 आईपीसी के तहत दर्ज हुआ, इसी वर्ष 427/99 धारा- 399, 323, 504, 506 आईपीसी के रूप में दर्ज है, इसी वर्ष 664/99 धारा- 504, 506 आईपीसी के तहत दर्ज हुआ। अगले वर्ष- 2000 में मुकदमा अपराध संख्या- धारा- 307, 324, 506 आईपीसी के तहत दर्ज हुआ, इसी वर्ष 61/2000 धारा- 420, 467, 468, 471, 506 आईपीसी के तहत दर्ज हुआ, इसी वर्ष 393/2000 धारा- 25 (ए) अधिनियम के तहत दर्ज हुआ, इसी वर्ष 394/2000 धारा- 177, 207, 182, 192, 196 आईपीसी एमबी एक्ट के तहत दर्ज हुआ था, इसके बाद वर्ष- 2009 में 265/09 धारा- 147, 148, 149, 307 आईपीसी और एसटी/एससी एक्ट तहत दर्ज हुआ था।
फातिमा रजा ने इन आरोपों को मनगढंत बताया है। उनका कहना है कि धर्मेंद्र यादव के इशारे पर यह सारी कहानी और साजिशें बनायी-बुनी जा रही हैं।