: पुलों को मत उजाड़ो, वरना बड़े टापू में अकेले बचोगे : धोखाधड़ी के खिलाफ जुटे लोगों पर सहारा अफसरों ने धमकाना शुरू किया : सहारा इंडिया का मतलब:- इसकी टोपी, इसके सिर :
लखनऊ: सहारा इंडिया आम आदमी और निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामलों को उजागर करने वालों के खिलाफ सहारा इंडिया के अफसरों ने सीधे-सीधे हमले की तैयारी कर डाली है। इसके तहत अब उन लोगों को धमकी देने पर सहारा इंडिया के लोग आमादा हो गये हैं, जिनकी तनिक भी कोशिशें सहारा इंडिया और सुब्रत राय के खिलाफ हैं। ऐसे लोगों को सहारा इंडिया की तरफ से साफ कह दिया गया है कि अगर तुम अपनी जुबान खामोश नहीं करोगे, तो समझ लो। बता दिया गया है कि फौरन समझ नहीं पाये तो नतीजे बेहद खतरनाक हो भी सकते हैं। धमकी देने वाले लोग इशारा करते हैं कि ऐसे नतीजों की कीमत का अंदाजा लगा पाना नामुमकिन होगा।
ताजा कार्रवाई हुई है ताजा उस मामले में जिसमें सेबी के मसले पर सर्वोच्च न्यायालय ने सहारा इंडिया की कंपनियों के खिलाफ कड़ा आदेश जारी किया था। आदेश के तहत सर्वोच्च न्यायालय ने साफ तौर पर कहा था कि सहारा इंडिया की कम्पनियों ने अवैध तौर पर हजारों-करोडों की उगाही की थी। आदेश के तहत ऐसी उगाही चूंकि पूरी तरह अवैध रही थी, ऐसी हालत में उसकी अदायगी सभी निवेशकों को फौरन कर दिया जाए। जाहिर है कि इन कम्पनियों की ऐसी उगाहियां सर्वोच्च न्यायालय के तहत पूरी तरह अवैध और गैरकानूनी होने के चलते धोखाधड़ी और अपराध की श्रेणी में ही रही थीं और हैं भी। सेबी ने भी सहारा इंडिया की ऐसी हरकतों के खिलाफ आम निवेशकों को चेतावनी भी जारी कर रखी है। लेकिन जब सहारा इंडिया की ऐसी करतूतों के खिलाफ आवाजे उठने लगीं तो सहारा इंडिया के लोग बौखला गये। नतीजा यह कि सहारा के खिलाफ बोलने वालों की आवाजों और उनकी गर्दनों को ही घोंटने की कोशिशें की जा रही हैं।
बीती शाम 4 बज कर 43 मिनट पर सहारा इंडिया की तरफ से फोन आया। नम्बर 9335235621 से कॉल थी। बोलने वाले जीशान नामक शख्स को मैं पहले से भी जानता हूं। सहारा की प्रेस रिलीज या कांफ्रेंस पर पत्रकारों को बुलाने के लिए जीशान अक्सर मुझे फोन किया करते थे। लेकिन इस ताजा कॉल पर पहली बार मुझे धमकी देनी शुरू कर दी गयी। कुल 6 मिनट 27 सेकेंड्स चली इस कॉल में जीशान ने साफ तौर पर धमकाया और कहा कि सहारा के मामले में मैं हस्तक्षेप करना बंद कर दूं वरना इसका अंजाम बुरा होगा। जीशान का कहना था कि जिन्दगी में किसी न किसी से किसी को जरूरत पड़ती ही रहती है, सो रिश्ता खराब नहीं किया जाना चाहिए। यह भी कहा गया कि सहारा से रिश्ता रखना फायदेमंद होगा, वरना जब रिश्तों के सारे पुल खत्म हो जाएंगे तो आप केवल किसी टापू पर ही अकेले हो जाएंगे। जाहिर है कि तब यह हालत खतरनाक होगी। जीशान ने साफ तौर पर धमकी दी कि सहारा इंडिया कम्पनी अगर चाहे तो जब चाहे, आप की भी धज्जियां उड़ा सकती है।
जीशान ने कहा कि सहारा कोई साधारण झोंपड़ी नहीं, बल्कि अट्टालिका है और इसे ईमानदारी के बल पर तैयार किया गया है। कोर्ट का मामला कोर्ट तक ही रहे तो बेहतर होगा। जीशान ने सलाह दी कि बेहतर है कि मैं इस मामले में हस्तक्षेप न करूं। जब मैंने कहा कि लिखना मेरा व्यवसाय है, तो जीशान का कहना था कि जिन्दगी में ऐसे बहुत काम होते हैं जो नहीं किये जाते हैं। जीशान का कहना था कि जरूरी नहीं है कि सहारा पर ही लिखा जाए, आप सहारा छोड़कर दूसरे दीगर मसलों पर लिख-कर सकते हैं।
आपको बताते चलें कि सहारा की तरफ से आने वाली ऐसी धमकियां हल्की-फुल्की नहीं होती हैं। हर फाइल को खत्म कर डालने वाले माद्दा और इशारे की तरह ही होती हैं सहारा इंडिया की ऐसी धमकियां। हम यह नहीं कहते कि दो दशक से पहले लखनऊ के स्पोर्ट्स स्टेडियम मे हुआ कोई हत्याकांड हुआ था जिसमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कोई ख्यातनाम खिलाड़ी सैयद हत्यारों की गोलियों का शिकार हुआ था, जिसमें सहारा इंडिया का नाम कभी जुड़ा था। हम यह भी नहीं कहते कि इस क्रूरतम हत्याकांड के दीगर हत्यारों के बीच कई दीगर ऐसे लोगों का नाम पर्दाफाश हुआ था या नहीं। लेकिन इतना तो है तो ही, कि यह हत्या हुई थी और इसमें ऐसे ही बड़े-बड़े लोगों का नाम छींटों के तौर पर आया था।
सहारा इंडिया का मतलब:- इसकी टोपी, उसके सिर
(यह लेख लेखक के निजी विचार हैं)
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