छोटा देश, मगर बांग्लादेश में महिलाओं की बल्ले-बल्ले

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हसीना ने सौंपी शिरीन चौधरी को महिला बांग्ला स्पीकर की कुर्सी

ढाका : बांग्लादेश के इतिहास में पहली बार किसी महिला को संसद के स्पीकर के रूप में चुना गया है। इस गौरव को हासिल करने वाली महिला का नाम है शिरीन शरमीन चौधरी। बंगलादेश की सत्तासीन पार्टी आवामी लीग ने एकमत होकर महिला एवं बाल कल्याण मंत्री श्रीमती चौधरी को बतौर स्पीकर चुना।

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कुछ दिनों पहले ही यह ख्वाहिश जाहिर की थी कि वह स्पीकर के पद पर किसी महिला को देखना चाहती हैं। बांग्लादेश में कई महत्वपूर्ण पदों पर महिलाएं हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना के अलावा सदन की डिप्टी लीडर और विपक्ष की नेता भी यहां की महिला ही राजनीतिज्ञ मौजूद हैं लेकिन स्पीकर पद के लिए पहली बार किसी महिला का निर्वाचन हुआ है।

69 साल के अब्दुल हामिद के देश का राष्ट्रपति नियुक्त होने के बाद बीते 24 अप्रैल से स्पीकर की कुर्सी खाली थी। हामिद जनवरी 2009 से स्पीकर पद पर थे लेकिन बीते मार्च में सिंगापुर में इलाज के दौरान राष्ट्रपति जिल्लुर्रहमान की मौत होने के कारण उन्हें कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया था। सेवानिवृत कर्नल शौकत अली संसद के डिप्टी स्पीकर बने रहेंगे।

47 साल की चौधरी आवामी लीग के अंतर्राष्ट्रीय मामलों की सचिव हैं और वह महिलाओं के लिए आरक्षित संसदीय सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचीं हैं। ढाका विश्वविद्यालय से 1989 में कानून की डिग्री हासिल करने के बाद चौधरी ने 2000 में ब्रिटेन के एसेक्स विश्वविद्यालय से मानवाधिकार और संसदीय कानून में डाक्टरेट हासिल किया।

2007 में चौधरी बांग्लादेश नारी समाज की सदस्य बन गई थीं। इसकी वजह से उनका स्पीकर चुना जाना धार्मिक रूप से कट्टर लोगों की नाराजगी का सबब बन सकता है। महिला कल्याण मंत्री के रूप में उन्होंने महिलाओं के कल्याण से जुड़े कई काम किए जिसका इस्लामी संगठनों ने हमेशा विरोध किया। बांग्लादेश की 345 सदस्यीय संसद की 50 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित है।

 

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