अब तक अफसरों की इज्‍जत उतारते थे आजम, आज आजम की उतार दी गयी

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: रामपुर जिला प्रशासन ने चुन-चुन कर उतरवा लीं आजम की एक-एक तस्‍वीरें-होर्डिंग्‍स : नगर पालिका के सैकड़ों कर्मचारियों की टीमों ने एक-एक गली-चौराहे पर आजम की फोटोज का नामोनिशान खत्‍म कर दिया : सफाचट हो चुके रामपुर को देख कर लगता ही नहीं कि कभी यहां आजम का शासन चलता था :

कुमार सौवीर

लखनऊ : अभी 24 घंटों पहले ही रामपुर का मतलब सिर्फ और सिर्फ आजम खान हुआ करता था। सड़क-गली और चौराहों पर सिर्फ और सिर्फ आजम खान की तस्‍वीरों वाले बैनर-झंडे और होर्डिंग्‍स लगा करते थे। पूरे शहर में सिर्फ और सिर्फ आजम खान का ही शासन हुआ करता था। चाहे वह डीएम हो या फिर एसपी, कोई नेता हो या फिर प्‍यादा, नागरिक हों या फिर भैंसें, सभी पर आजम खान का ही हुक्‍म तामील किया जाता था। बाजारों ही नहीं, सरकारी कामकाज में ही हर शाख-बूटा-पत्‍ता तक आजम खान के इशारे पर ही हिलता-डुलता था। पहले आजम खान गुर्राते-दहाड़ते थे तो पूरी रियाया और प्रशासन तक सहम जाता था, लेकिन अब प्रशासन गुर्रा-दहाड़ने पर आमादा है, तो आजम खान मिमियाने की हालत तक पहुंच गये हैं।

जी हां, लेकिन पिछले 24 घंटों के दौरान आजम खान वाले रामपुर में अब रामपुर तो मौजूद है, लेकिन उसकी तस्‍वीर में आजम खान नदारत हैं। नदारत क्‍या, गैरहाजिर हैं। लेकिन यह बदलाव केवल यूं ही नहीं हुआ है। दरअसल, रामपुर को अपनी मांद समझने वाले बब्‍बर शेर-ए-आजम खान को यहां के प्रशासन ने औकात पर लाकर खड़ा कर दिया है।

(आजम खान से सम्‍बन्धित खबरों को देखने के लिए निम्‍न लिंक पर क्लिक कीजिए:- आजम खान)

क्‍या कभी किसी ने सोचा भी था कि आजम खान के ऐसे पोस्‍टर और उनकी होर्डिंग्‍स की यह हालत कर दी जाएगी। क्‍या इस तरह बेदर्दी से उनकी तस्‍वीरों को ऐसा हटाया जाएगा, मानो वह पोस्‍टर-होर्डिंग्‍स न हुईं, आजम खान की औकात और उनकी प्रतिष्‍ठा ही रौंदी ही जा रही है।

लेकिन हो गया। आइये हम आपको दिखाते हैं कि चुनाव आयोग के फैसले के बाद रामपुर में आजम खान की क्‍या-क्‍या गति नहीं बनी या बनायी जा रही हैं।

रामपुर की सड़कों से आजम खान के होर्डिंग, बैनर और पोस्‍टर हटाते जिला प्रशासन का अमला। इसकी वीडियो देखने के लिए क्लिक कीजिए: रामपुर में बन रहा है आजम खान की इज्‍जत का फालूदा

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