किसानों ने नोंचा मोदी का पखौरा, जैसे मैंने 35 बरस पहले काटा था

: जैसे सिंधु-बार्डर पर किसान सर्दी से निपटने को दारू पी रहे : सात सौ लाशें बिखेरने पर न कोई दुख, न क्षोभ, न आत्मग्लानि, न क्षमा याचना : थोडा बुखार होगा, लेकिन जीत युगों तक फहरायेगी : बाद में राकेश चंद्राकर और अनिल शुक्‍ला ने मुझे बड़ा धोखा दिया : देवेंद्र आर्य बता रहे […]

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महिला पत्रकार से बोले टिकैत, जाओ पहले दुपट्टा पहनना सीखो

: जनआंदोलनों को किसान असंतोष के बजाय देशद्रोहियों की करतूत बाताया गया : दिल्‍ली के इंदिरा-स्‍मारक में सन-88 में केंद्र सरकार की नाक काट ली थी किसानों ने : जी-न्‍यूज और आजतक जैसे चैनलों के दोगले पत्रकार भी सरकार की मदद न कर पाये : आंदोलनकारियों की चेतावनियां न मानने पर पायजामा से बाहर निकले […]

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मोदी जी ! प्रयागराज में डूब मरा ‘एमएसपी’

: और बोलने का साहस करने वाले किसानों को आप खालिस्‍तानी करार दे रहे हैं : कन्‍नौज के आदर्श-किसान जूझ पड़े तो मंडी अफसरों के हाथ-पांव फूले : मंडी अफसर नदारत, बिचौलियों की  भीड़ : कुमार सौवीर लखनऊ : विकास खंड क्षेत्र कुरांव को इलाहाबाद में धान का कटोरा माना जाता है। बेशुमार धान उपजता […]

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