सफलता तो छलिया है। आज मेरी, कल किसी और की

: मशहूर फिल्‍म अभिनेत्री ने विख्‍यात पत्रकार त्रिलोक दीप को बताया : फिल्‍म इंडस्‍टी में हरेक की अपनी जगह है, कोई किसी की जगह नहीं लेता : मेरा साया, आरज़ू, मेरे महबूब, वक़्त, असली नकली, वह कौन थी जैसी फिल्‍में यादगार हैं : त्रिलोक दीप नई दिल्‍ली : एक दिन आकस्मिक किसी का फोन आया […]

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साधना मेरी नहीं, पापा के सपनों की रानियों में से थीं

: दर्द को नया नशीला अंदाज़ दे दिया था साधना ने :  फिल्‍म की साधना: 45 साल तक साधना, फिर मौत : मैं साधना को बहुत प्यार करता रहा। जैसे अपनी माँ को प्यार करता हूँ : कुमार सौवीर लखनऊ : नहीं, नहीं। साधना मेरी नहीं, मेरे पापा के वक़्त की दिलकश हीरोइन थीं। उन […]

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