वकीलों की गुलाटी: आये थे कपि बनने, बंदर बन गये
: कचेहरी में होने वाली हरकतें मानव से उलटे बंदर बनने की अवस्था : बार एसोसियेशंस में होने वाली हरकतें साबित करती हैं कि इंसान बनने में चूक हो गयी : कुमार सौवीर लखनऊ : बंदर से इंसान तक का बौद्धिक परिवर्तन यूं ही अनायास नहीं हुआ था। बल्कि श्रम-बल ही उसका इकलौता माध्यम था, […]
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