हर बार सिर्फ सच ही नहीं बोलते हैं विधानसभा अध्यक्ष

: कैसे सहमत हुआ जा सकता है कि “विज्ञान सत्य के निकट है लेकिन जीवन से दूर है।” : कोई भी खोज हो, दोनों समुदाय के पण्डित कहने लगते हैं कि यह तो हमारे यहां पहले ही कहा गया है :  सूर्य प्रसाद गोंडा : कल 21 जून को स्वतंत्र भारत अखबार के संपादकीय पृष्ठ […]

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