सुलखान सिंह को राकेश शंकरों की जरूरत थी, या वैभव कृष्‍णों की ?

: वैभव ने जो नयी डगर बनायी है, काश सुलखान सिंह उस दिशा में सोच भी सकते : पुलिस को संवेदनशील बनाने की जो शुरूआत वैभव ने की है, राकेश शंकर उसका पासंग भी नहीं : पत्रकारों-वकीलों पर निर्मम लाठीचार्ज और अनाथ बच्चियों को निपटाने की साजिश बुनते हैं राकेश शंकर जैसे लोग : कुमार […]

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