शेषनारायण बोले, कालजयी रचना की उम्मीद बेमानी

: लेक्चरर बनना चाहता था, राग-दरबारी वाले खन्ना मास्टर ने सपनों को बिखेर दिया : मौक़ा मिलते ही टिप्‍पणी करता हूं, कोई भला माने या बुरा :  शेषनारायण सिंह नई दिल्‍ली : मैं मूल रूप से पत्रकार बनने नहीं आया था .क्योंकि मुझे मालूम है कि कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता .इसलिए जो […]

आगे पढ़ें