चकनाचूर सुराही को बेजोड़ आकार देने में माहिर हैं राजेन्द्र

: अपना खुद का एक रुतबा है जनाब ! आप हमारा कोई फ़र्क नहीं रखते हैं: यूपी के कई इंसान अधिकारी रहते हैं, लेकिन इनमें से कुछ झक्की भी: टूट गए सुराही का श्रेष्ठ उपयोग का नायाब नमूना हैं राजेन्द्र : फालतू खर्च करने के पहले उनके ऋण वापस कर लें, जिन्होंने आपको अच्छा समझ […]

आगे पढ़ें

स्‍तब्‍ध करने वाली पदचाप व भंगिमा थमी, बिरजू जी नहीं रहे

: सबसे पहले मैंने साक्षात देखा था बिरजू महाराज जी का कथक नर्तन : गंगा महोत्‍सव का आयोजन था नदी पर बने विशाल मंच पर : कथक के लखनऊ घराने के मठाधीश थे महराज : दिल्‍ली में तड़के हुआ जर्बदस्‍त हार्ट अटैक, और फिर सब खत्‍म : कुमार सौवीर लखनऊ : यह सन-89 की बात […]

आगे पढ़ें