कुमार सौवीर कहां चले? जेल चले, भई जेल चले

: क्योंकि मैं रंडुआ हूं, अब दीजिए अपनी सलाह : नौकरानियों की पहचान तो आपको बेहतर है न ?: कुमार सौवीर लखनऊ : जैसा कि आप सभी लोगों में से ज्यादातर को अच्छी तरह पता है कि मैं रंड़आ हूं और पक्का  रंडुआ हूं। दुनियादारी से दूर हूं। केवल उतना ही जानता हूं जितना एक […]

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