स्तब्ध करने वाली पदचाप व भंगिमा थमी, बिरजू जी नहीं रहे
: सबसे पहले मैंने साक्षात देखा था बिरजू महाराज जी का कथक नर्तन : गंगा महोत्सव का आयोजन था नदी पर बने विशाल मंच पर : कथक के लखनऊ घराने के मठाधीश थे महराज : दिल्ली में तड़के हुआ जर्बदस्त हार्ट अटैक, और फिर सब खत्म : कुमार सौवीर लखनऊ : यह सन-89 की बात […]
आगे पढ़ें