विधानसभा अध्यक्ष थे वासुदेव सिंह। कुइंचा भर थे। ताई ने घर से भगाया
: कुछ की फितरत होती है। क्या ब्राह्मण और क्या ठाकुर : ठीक से ब्राह्मण तो न बन पाये, लेकिन नौकरी और जिन्दगी में ठाकुर-धर्म ठसक के साथ निभाया : वाईपी सिंह जैसी बेहद आत्मीयतापूर्ण हंसी मैंने जीवन में बहुत कम ही देखी : कुमार सौवीर लखनऊ : प्रतापगढ़ में एक गांव है किलाइन। वाराणसी […]
आगे पढ़ें