इस संपेरे ने नाग-राज को पत्‍नी वाले वाम-अंग पर फिट कर डाला

: आइये सावन में भींजिए,हचक कर अंदरसा खाइये और दूध चांपिये, फुंफकार मारिये, मौका मिले तो डंस भी लीजिएगा : सहअस्तित्व के समभाव की सख्त अनिवार्य आवश्यकता : अन्‍यथा सर्वनाशी घमंड का जन्म होगा, जहां सोहर नहीं, मृत्यु का शोक गीत गढ़ता है :  कुमार सौवीर लखनऊ : यह जो संपेरे होते हैं न, एक नम्बर […]

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