ऑनलाइन सेक्‍स: खुद बन जाइये न गज-ग्राह संकट में श्रीहरि विष्‍णु

: बड़ा धंधा है सेक्‍स-क्लिप, एक ही झटके में लाखों पार : गुहार लगाने वाले अधिकांश लोग मेरे उन्‍मुक्‍त व्‍यवहार को हेय, गंदा, अश्‍लील, अभद्र मानते आंख बचा कर सटक लेते : बड़े-बड़े दिग्‍गज की सारी शराफत, सज्‍जनता और प्रतिष्‍ठा दक्खिन : बड़े अधिकारी, वकील, व्‍यवसायी नेता के लिए अलभ्‍य है सेक्‍स,  मुंह मारते हैं […]

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जोगी जी ! ये साले नराधम सेक्‍सासुर हैं। सायरन बजाओ

: फेसबुक का मैसेंजर उगाही का अड्डा बना : तुम फट्टू हो, तभी तो हलाल होते हैं : पहले हुए नंग-धंड़ंंग, दूसरा नंगा करे तो फटने लगी : सहमति में वीडियो-कॉल पर कोई ऐतराज नहीं कर सकता, फटती है तो जेब खाली करो चूतियानंदन : अबे इस कोतवाल को पहले जूता उतार कर कूटो : […]

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