एक लोटा एक प्राण या एक लोटा अनेक प्राण

: सामूहिक शव-दाह में कोई भी व्यक्ति अपनों की राख लेकर नहीं लौटता : अनेक इंसानी-प्राणों को राख में तब्दील कर बनाया “एकल-लोटा” : अदूरदर्शिता, मूर्खतापूर्ण ज़िद और काहिलियत पर अंध-भक्त अपनी भक्ति में ही लीन रहे : कुमार सौवीर लखनऊ : एक प्राण जब एकसाथ कई लोटों में भरा जाने लगे, तो समझ लीजिए […]

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