अमर उजाला का इक उपचार, तान के मारो जूता चार

: जौनपुर का रिपोर्टर इस अखबार के लिए पूरी जिन्‍दगी खपा गया, उसको मरने के बाद भी अपना नहीं माना : बलिया के रिपोर्टरों को भी इसी तरह दूध की मक्‍खी की तरह चूस कर फेंक दिया था लिंग-वर्द्धक अखबार ने : इसको बेशर्मी ही नहीं, स्‍वार्थपरता की पराकाष्‍ठा ही है : कुमार सौवीर लखनऊ […]

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