सच का रेकमाल चढ़ाता हूं तो धुआं छोड़ देते हैं लोग

: दलाली वाले अखबार-टीवी आपको खूब पसंद है, पर मेरी सच बात पर ऐतराज : मैं क्‍या करूं, मेरी फितरत ही है बिलकुल अलहदा : हम आपके लिए ताजा खबरें परोसते हैं, आप मुझ में मीन-मेख निकालते हैं : रोज-ब-रोज कई ग्रुपों से बेइज्‍जत करने निकाला जाता हूं, जबकि कई-कई ग्रुप मेरे लिए पलक-पांवड़े बिछाये […]

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