अवध का आखिरी नवाब अपने आखिरी वक्‍त भूखा था, बंगाल ने उसे थामा, अपनाया

: आखिर क्‍या करता वाजिद अली शाह, रो पड़ा था : कलकत्‍ता की आवाम ने नवाब की मुफलिसी को महसूस किया, गले लगाया : सिर्फ कलकत्‍ते तक ही सीमित है आलू की बिरयानी, आज भी खूब प्रचलित है : कुमार सौवीर कलकत्‍ता : माना कि वह अवध का नवाब था, लेकिन आखिर क्‍या करता। नाच-गान, […]

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