पंचायत का फैसला: छेड़खानी की सजा बकरा
: मास्टर नशे में धुत्त थे, सरेआम सारी हदें पार कीं : युवती के घरवालों ने भी माना कि समाज में दब कर रहना ही पड़ता है :
शिमला : यह महिला बाजार से लौट रही थी। रास्ते में नशे में धुत दो शिक्षक से उसकी मुलाकात हो गई। दोनो शिक्षक भी महिला के ही गांव के रहने वाले थे। महिला कुछ समझ पाती इससे पहले ही दोनो शिक्षकों ने महिला के साथ कुछ ऐसी हरकत करने लगे की महिला को इनके खिलाफ मामला तक दर्ज करवानी पड़ी। लेकिन मामला पंचायत ने निपटाया और फैसला दिया कि इस महिला के इज्जत पर हाथ डालने वाले युवती के घरवालों को एक बकरा भेंट करें। जाहिर है कि इस बकरा का इस्तेमाल पूरे समाजिक भोज में होगा। यानी इज्जत युवती की और मजा लूटेगा पूरा का पूरा समाज।
मामला इस तरह है कि विगत दिन दोनों शिक्षकों ने महिला को अकेली देखकर छेड़खानी करनी शुरू कर दी। महिला की ओर से इसका विरोध करने और हल्ला मचाने पर आस पास के लोग एकत्रित हो गए। लेकिन तब तक काफी देर हो चुका था। दोनो शिक्षक ने सारप हदें पार कर गए थे। इस घटना से प्रताड़ित महिला ने पुलिस में इस मामले की शिकायत की।
पुलिस ने महिला से छेड़छाड़ करने वाले दोनो शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की तफ्तीश भी शुरू कर दी। यह सब होने के बाद ग्रामीणों और शिक्षकों की ओर से मामला वापस लेने के लिए महिला पर काफी दबाव बनाया जाने लगा। लेकिन महिला ने इससे इंकार कर दिया। फिर पूरे मामले के निराकरण के लिए पंचायत बैठी और इस पर फैसला भी सुनाया गया। पंचायत ने भी सबको हैरत करने वाली में फैसले सुनाए।
सोमवार की रात को कमरऊ और डांडा पांगर की पंचायत बैठी और पीडि़त महिला से छेड़छाड़ करने वाले शिक्षकों पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया। इसके साथ ही साथ में दंड के रूप में दोनों आरोपी शिक्षकों एक बकरा भी ग्रामीणों और पीडि़त के परिजनों को दंड के रूप में देने का फैसला सुनाया।
थाना प्रभारी भीष्म ठाकुर ने बताया पुलिस ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ महिला से छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया था। अब भी पुलिस कार्रवाई जारी रखेगी। पुलिस इस मामले में किसी समझौते को नहीं मानती। अदालत ही फैसला करेगी। पीडि़त महिला के पति शेर सिंह ने बताया कि समाज में रहने के लिए कुछ फैसले मानने पड़ते हैं। आरोपियों ने महिला से माफी मांगी है और जुर्माना लगाया गया है।
28 मई की शाम को डांडा गांव से एक शादी समारोह से पागर गांव की महिला वापस घर लौट रही थी। रास्ते में नशे में धुत चार शिक्षकों ने महिला से छेड़छाड़ की और इसकी इज्जत को तार-तार करने की कोशिश करने लगे। हालांकि महिला के शोर मचाने के बाद लोग वहां पर एकत्रित हुए। इस बीच शराब के नशे में धुत यह शिक्षक उक्त महिला के काफी छेड़छाड़ कर चुके थे।
इसके बाद महिला ने पुलिस में दो शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। महिला का मेडिकल करवाया गया। छेड़छाड़ के दौरान महिला को लगी चोटों से मेडिकल में छेड़छाड़ की पुष्टि भी हो गई। इसके बाद दोनों शिक्षक अदालत से 4 जून तक अग्रिम जमानत भी ले आए।
इस बीच महिला के पति पर इस केस को वापस लेने के लिए शिलाई के नेताओं व ग्रामीणों की ओर दबाव बनाया गया लेकिन पीडि़त महिला ने हार नहीं मानी। आखिर चारों ओर से दबाव के चलते पीडि़त को न चाहते हुए भी झुकना पड़ा और दोनों पंचायतों की ओर से किए गए इस फैसले को मानना पड़ा।