मादा भ्रूण हत्या का नंगा सच देखना चाहते हैं आप ?
आइये हम आपको ले चलते हैं जौनपुर जहां कन्याभ्रूण हत्या के विरोध मे अभियान छेडे हुए एक निजी चिकित्सक और शिवांगी डायग्नोस्टिक्स सेंटर के मालिक डाक्टर देवप्रकाश सिंह के पास। डा देवप्रकाश सिंह आपको बतायेंगे कि किस तरह हम अपने घरों की महिलाओं के पेट में आने वाली संतानों का लिंग परीक्षण कराते हैं और वह भ्रूण अगर मादा निकला तो उसे गर्भ में ही कत्ल कर डालने पर आमादा होते हैं। यह प्रक्रिया बेहद क्रूर होती है और इसमे भ्रूण को काट-काट कर निकाला जाता है। यानी एक ऐसी नृशंस हत्या जो शायद जल्लाद या कसाई भी करने की हिम्मत न जुटा सके। ऐसे लोग यह जानते हुए भी यह हत्या कराते हैं कि इससे उनके घर की गृह-लक्ष्मी कही जाने वाली महिला की मौत हो सकती है या फिर वह जिन्दगी भर के लिए मां बनने से वंचित हो सकती है। लेकिन ऐसे दुुष्कर्मियों को खूब पता है कि एक गृह लक्ष्मी अगर मर भी गयी तो दूसरी उन्हें आसानी से मिल जाएगी। पूर्वांचल की गरीबी इस आग में घी का काम करती है और इसमें सहयोग करते हैं धन्वन्तरि कहे जाने वाले डाक्टर।