पत्रकार नहीं, दुर्दांत अपराधी है मनीष कश्‍यप। लगा रासुका

: गोदी-मीडिया के पत्रकारों ने बिहार व तमिलनाड़ में ब्राह्मण विभेदीकरण ही देख ली : बड़े ब्राह्मण-पत्रकार तो आशंकाएं देख रहे हैं, जबकि भाजपा के ब्राह्मण नेता पी-पी कर गालियां फेंक रहे हैं स्‍टालिन को : आखिर दिक्‍कत क्‍या है नृशंस अपराधी मनीष पर एनएसए लगाने पर : पदनी का नाच बनने से रोकने के […]

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बड़ा पत्रकार ही दिखा सकता है बड़प्पन। जैसे विनोद कापड़ी

: रजत शर्मा के इंडिया टीवी में दूसरा स्थान पर थे कापड़ी। बाद में नौकरी-चाकरी छोड़ी, फ़िल्म बनाने लगे : जो लिखा, वह एक विशाल और खुले दिल-दिमाग वाले इंसान के बस की ही बात है : अजीमुश्शान शख्सियत का लोगों से तार्रुफ़ करने की कोशिश : कुमार सौवीर लखनऊ : मैं इस शख्स से […]

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