“दलाल है, भडवागिरी पर आमादा है एबीपी का सुमित अवस्थी”

: “मोई जी के पाले हुए दलाल और कुत्ते लोग उन पर झपट पड़ेंगे : कैसे अपना ज़मीर मारकर ऐसी घिनौनी और नीच पत्रकारिता कर लेते हों : सरकार से सवाल पूछने की हिम्मत तो है नहीं… डरपोक” : दोलत्‍ती संवाददाता नई दिल्‍ली : राहुल गांधी ने प्रवासी मजदूरों को सड़क पर बेहाल देखा, तो […]

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यह पत्रकारिता नहीं, वैचारिक-बलात्‍कार है। यानी ट्रोल

: यह एक सम्‍पादक की पीड़ा है, जो जूझ रहा है सच को संरक्षित करने की मुहिम में : आज की पत्रकारिता प्रतिपक्ष में कमियां खोजने, और सत्‍ता का गुणगान करने में तब्‍दील हो चुकी : इन हालातों को विनाशकारी बता कर ट्रोल-पत्रकारिता से बचने की सलाह दे रहे हैं अंशुमान त्रिपाठी : अंशुमान त्रिपाठी […]

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