कभी खनकती नर्तकी बनी ग्राम प्रधान

तवायफ से प्रधानी तक के सफर की बेमिसाल नजीर हैं मुधबाला मनोरंजन नही, गांव का आदर्श बन चुकी हैं कल की नर्तकी मधुबालालोकतंत्र ने दे दी एक महिला को बोलने और कुछ कर गुजरने की आजादी  :कभी खनकाती थी पैरों की पायल और दिखाती थी अदाएं: अब जलवा बिखेर रही है सीमावर्ती बहराइच के गांव […]

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