पत्रकार का मतलब पुलिस का तलवा चाटना नहीं, थाने में घुस कर कंटाप मारना होता है
: आनंद स्वरूप वर्मा ने जो किया, अगर चंद पत्रकार और ऐसा कर लें तो समझो पत्रकारिता ने गंगा-स्नान कर लिया : अधिकांश पुलिसवाले भी दबंग पुलिसवालों से डरते हैं, बस प्रतिरोध के स्वर भड़कें, तो फिजां ही बदल जाए : जो क्लब-गली-नुक्कड़ पर दारू पीकर अपने सिर पर जूतों की बारिश से धन्य हैं, […]
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