साधना मेरी नहीं, मेरे पिता जी के वक़्त की दिलकश हीरोइन थीं

: मुड़ मुड़ के न देख मुड़ मुड़ के…और साधना हिट हो गईं : फोड़े की पीड़ा से थिरकते होंठों को युवकों ने मोनालिसा जैसी रहस्यमयी मुस्कान मान लिया : 45 साल तक साधना, फिर मौत। दर्द को नया नशीला अंदाज़ दे दिया था साधना ने : कुमार सौवीर लखनऊ : नहीं, नहीं। साधना मेरी […]

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