दुबली मां और दयाराम का नौंवा बच्चा

कहां खो गया मेरा गांव: 15 साल बाद गांव में मेरी होली : अपने भतारे के मउसी हो, पंचगोइठी द..
: बउरइलू छिनार बउरइलू छिनार, बाबा दुअरवा का गइलू….. : सलीम बहू जब अइलिन गवनवा पतरे पीढ़ा नहायं… :

करीब 15 साल बाद होली पर गांव गया था। वजह सिर्फ व्यस्तता ही नहीं रही, जहां रहा, वहां ये रंगीन त्योहार साथियों के साथ मनाने का भी अपना लुत्फ था।

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