बकरीद: आपका चित्त अगर शांत हो, तो एक बात कहूँ !

: नेपाल, भूटान और लेह से लेकर पूरे देश में है मांसाहार : काली व स्थानीय देवता के लिए बलि प्रथा : हिन्दू मनौती के लिए, पर मुसलमान त्याग-भाव के लिए बकरीद मनाता है : आपकी परंपरा पवित्र, और मुसलमानों की क्रूर, अमानवीय और दूषित : क्यों झांकते हैं पड़ोसी की रसोई में ? : […]

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तमाशबीन ! जो खुद फंसने पर पिल्लों सा किकियाते हैं

: तमाम क्रांतिकारी पत्रकार बहुत मिलेंगे जो सिम्पल पत्रकार में देशद्रोही ढूंढ खुश हों : कुत्तों को खाना खिलाने जा रहे थे, फालिज हुआ,  लोहिया अस्पताल से आकर जमानत ली : सत्येंद्र पीएस नई दिल्ली : सिद्दीक कप्पन को जानते ही होंगे। न जानते हों तो गूगल और यू ट्यूब पर सर्च करें। उनके नाम पर […]

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