दोलत्ती संवाददाता

एक ऐसी दोलत्ती जो कभी सामने वाले का थोबड़ा तोड़ देती है, और कभी सामने वाले पर पुष्प-वर्षा कर देती है। ऐसे विपरीत व्यवहारों का मूल होता है आपकी भाषा, बोली, लहजा और व्यवहार। यही भाषा-बोली व्यक्ति को हाथी पर चढ़ा कर उसे सम्मान दिला देता है, जबकि वही बोली-भाषा व्यक्ति को हाथी के पैरों से कुचलवा देता है। दोलत्ती पर आपका हार्दिक स्वागत है। आपको सिर्फ इतना तय करना है कि आपका मेरे और दोलत्ती के प्रति व्यवहार कैसा होगा। सबसे बड़ी बात है सदाशयता, जहां से प्रस्फुटित और पुष्पित-पल्लवित होती हैं मित्रता और आत्मीयता का बिरवा बेखौफ और उर्वर हृदय में उगता है।
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