महान संपादकों ने निहाल किया, तो ओछे और छिछोरे भी मिले
: विनोद शुक्ला, घनश्याम पंकज, शशि शेखर और विश्वेश्वर कुमार जैसे घटिया संपादक भी मिले : मृणाल पांडेय, डॉ त्रिखा, मंगलेश डबराल, वीरेन डंगवाल, तडि़त कुमार, आनंद स्वरूप वर्मा, कमर वहीद नकवी, शेखर त्रिपाठी, अंशुमान त्रिपाठी और संतोष तिवारी ने मुझे नयी ऊंचाइयां दीं : कुमार सौवीर लखनऊ : कई दिग्गज और महान पत्रकारों से […]
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