ससुराल को तेल लगाने वाले को हाकिम बनाते हैं शशिशेखर

: ताज्‍जुब नहीं कि एक दिन समूह संपादक के साथ पिता के बजाय गधे की फोटो छाप देंगे : जो काम में जुटा रहा, वह पचीस बरस से ढक्‍कन हैं, गधों को सल्‍तनत थमा दिया : जिसे लिखने नहीं, समझने तक की तमीज नहीं, उसको ओहदेदार बना डाला : कर्मठ अरविंद मिश्र इतना प्रताडि़त हुए […]

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बाढ़-निरीक्षण मंत्री में, और मूली घुसेड़ो संपादक की गॉंव में

: करीना कपूर के यहां मूली उखाड़ना सबसे बड़ा पत्रकारीय-दायित्‍व समझते हैं हिन्‍दुस्‍तान के महान वैशाख-नंदन : नरक कर रखा है बिड़ला जी के हिन्‍दुस्‍तान अखबार ने : बाढ़ निरीक्षण करा देते हैं मंत्री जी के भीतर, तो स्‍थगित कर देते हैं अंबेदकर की मूर्ति : वैशाख-नंदनों यानी गदहों की ही ढेंचू-ढेंचू का समवेत गायन […]

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ओए संपादक ! अरे यह कौये क्‍या होता है रे ?

: नासा से संज्ञा को क्रिया में तब्‍दील करने की शिक्षा लेकर आये हैं बिड़ला वाले हिन्‍दुस्‍तान के लपड़झंडू पत्रकार लोग : कबाड़ी का धंधा छोड़ कर हिन्‍दुस्‍तान में घुसे इन लोगों को कौआ और कौये का फर्क तक नहीं : बेशर्मी के साथ पाठकों के सामने परोस डाला बिजली पर कौये की करतूत : […]

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खबर कौन खोजे ? कचरा छापता है शशिशेखर का हिन्‍दुस्‍तान

: बड़े पत्रकार की बीवी वाली बीमा एजेंसी में व्‍यस्‍तता इतनी, कि खबर कहां खोजें : जौनपुर के संवादसूत्र के भाई-भौजाई पर ही फोटो-समेत खर्रा ठेल दिया हिन्‍दुस्‍तान अखबार ने : खबर लिखने के लिए खबर खोजने, उसके लिए औकात जुटाने और लिखने की भसोट भी हो तो जरूरी होती है : दोलत्‍ती संवाददाता जौनपुर […]

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महान संपादकों ने निहाल किया, तो ओछे और छिछोरे भी मिले

: विनोद शुक्‍ला, घनश्‍याम पंकज, शशि शेखर और विश्‍वेश्‍वर कुमार जैसे घटिया संपादक भी मिले : मृणाल पांडेय, डॉ त्रिखा, मंगलेश डबराल, वीरेन डंगवाल, तडि़त कुमार, आनंद स्‍वरूप वर्मा, कमर वहीद नकवी, शेखर त्रिपाठी, अंशुमान त्रिपाठी और संतोष तिवारी ने मुझे नयी ऊंचाइयां दीं : कुमार सौवीर लखनऊ : कई दिग्‍गज और महान पत्रकारों से […]

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का हो शशि शेखर ! खबरों की बड़की बुआ हो क्‍या ?

: तुम अखबार हो, या धर्म पर निर्धारण करने वाले फतवा-कारी मुल्‍ला-मौलवी : धर्म पर निजी आग्रहों के खिलाफ कुत्सित जेहाद तो हिन्‍दुस्‍तान अखबार कर रहा है : जो इस्‍लाम छोड़ कर हिन्‍दू बना, उसे वसीम और रिजवी क्‍यों लिखा : यह जितेंद्र त्‍यागी का फैसला है कि उनका धर्म कौन हो : पायजामा से […]

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बेईमानी में जज की पेंशन कटी, बेशर्मी में हिन्‍दुस्‍तान अखबार की नाक

: दो-कौड़ी का कचरा पहले पन्‍ने में बॉटम-लीड बना कर छापा हिन्‍दुस्‍तान ने : जो खबर 7 मई को सारे अखबारों ने छाप दी थी, हिन्‍दुस्‍तान ने आज 8 मई को उसका ढोल बजाया : पता ही नहीं चल पाता कि कौन है बड़ा नाक-कटा, हिन्‍दुस्‍तान या अमर उजाला : बेशर्मी से अपनी फोटो छाप […]

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बिना ऑपरेशन 80 हजार का बिल, बिड़ला हिंदुस्‍तान खामोश

: बिड़ला जी स्‍वर्ग से झांक रहे हैं बिकाऊ खबरों के नर्क को : सच लिखने में फटता है जिगरा हिन्‍दुस्‍तान वाले शशि शेखर की टीम का : दलालों का अड्डा है बिड़ला का अखबार : कुमार सौवीर लखनऊ : गजब हालत है कि अब तो बड़े-बड़े बैनर वाले अखबारों की भी साफ और सपाट […]

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हे राम! शशिशेखर तुम भी अवैध खनन में शामिल ?

: सीबीआई द्वारा अपनी रिपोर्ट में पुष्टि से जुड़े ट्वीट पर खौखिया पड़े शशि शेखर, एकाउंट ब्‍लॉक किया : एचटी मीडिया समूह के अखबार हिन्‍दुस्‍तान दैनिक के समूह संपादक हैं शशि शेखर : अखिलेश यादव और बी चंद्रकला जैसी शख्सियतों की लिस्‍ट में शशिशेखर भी शामिल : कुमार सौवीर लखनऊ : अपने अजीबोगरीब, शर्मनाक तथा […]

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ब्रह्मलीन हो गये हिन्‍दुस्‍तान के समूह संपादक शशिशेखर के पिता

दोलत्‍ती रिपोर्टर नई दिल्‍ली : हिन्‍दुस्‍तान दैनिक समाचार पत्र समूह के समूह सम्‍पादक शशि शेखर के पिता जगत प्रकाश चतुर्वेदी अब ब्रह्मलीन हो गये। देहरादून के एक अस्‍पताल में उन्‍होंने अपनी सांस ली। एक छोटे से ऑपरेशन के बाद उनके फेफड़े में संक्रमण हो गया था, जो उनकी मृत्‍यु का कारण बन गया। शशि शेखर […]

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जिन्‍हें जूतों पर नाक रगड़ने की महारत है, वे हिन्‍दुस्‍तान में विशेष संवाददाता हैं

: हिन्‍दुस्‍तान के विशेष संवाददाता को फिर आयी अखिलेश यादव वाली डकार : यह डूबते जहाज के चूहे हैं या फिर वाकई मूर्खों की भारी भीड़ : आइये, बांचिये कि आखिर कैसे यह खबर कैसे लिख मारी इस विशेष संवाददाता ने : सम्‍पादक की कब्र खोदने वाले संकल्‍प के लिए गंगा-जल लिए तैयार बैठे हैं […]

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पाठकों को मूर्ख समझते हैं हिन्‍दुस्‍तान के समूह सम्‍पादक शशि शेखर

:  जीडी बिड़ला होते तो गंगा-स्‍नान करने हरिद्वार चले जाते : हिन्‍दुस्‍तान के समूह सम्‍पादक को रविशंकर के उल्‍टा-पुल्‍टा बयान छापने के अलावा कोई का ही नहीं आता : पेड-न्‍यूज यह नहीं है तो फिर यह क्‍या है : कुमार सौवीर लखनऊ : हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स मीडिया के संस्‍थापक स्‍वर्गीय घनश्‍याम दास बिड़ला की आंख करीब […]

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बासी तथ्यों पर लफ्फाजी की चाशनी, बेहूदा बर्फी परोसी समूह सम्पादक ने

: नोटबंदी के सूख चुके संकटों को ताजा बनाने की कवायद की गयी पश्चिमी यूपी के विश्लेषण में : विषाक्त नदियों से भड़के कैंसर की भयावहता को केवल दो लाइनें में श्रद्धांजलियां : यूपी की शहरी सड़कों के सिकुड़ते आकार को पश्चिमी की चुनौती मान लिया सम्पादक ने : कुमार सौवीर लखनऊ : यूपी विधानसभा […]

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बेगुनाहों का जहन्‍नुम हैं बिहार की जेलें, शशिशेखर को पता ही नहीं

: बिहार में झांकिये शशि शेखर जी, बलूचिस्‍तान में आपका कोई काम नहीं : अब तो समूह-सम्‍पादक जैसे बड़े पत्रकार भी पत्रकारिता की दुर्गति-परम्‍परा के महान खेवइया बन चुके : जेल से ज्‍यादा बदतर और ज्‍वलंत प्रश्‍न आपके दिमाग में क्‍यों नहीं घुमड़ा : कुमार सौवीर लखनऊ : बिहार की जेलें सिर्फ बेगुनाहों की मौत […]

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शशिशेखर का यह इंटरव्यू पीपी था, मतलब प्राइवेट प्रैक्टिस

: आइये, मैं बताता हूं कि शशि शेखर को क्‍या सवाल पूछना चाहिए रविशंकर प्रसाद से : जब मसला ईरान का हो तो तूरान पर चर्चा बकवास : एक मंत्री से जब सवाल उठेगा, तो सबसे पहले उसके कार्य-दायित्‍वों को लेकर : आप सम्‍पादक हैं या धंधेबाज खेल-खिलाडि़यों के कारिंदे ?: वाकई बदल रहा है […]

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