पत्रकार न जूझता, तो युवकों को बर्बाद कर देता यह एसपी

: जियो सौरभ शुक्‍ला। इसे कहते हैं पत्रकारिता : कप्‍तान ने सहारनपुर की हवालात में किसी का पैर तोड़ा, तो किसी का सिर या हाथ : पत्रकार से विधायक बने शलभमणि त्रिपाठी ने वीडियो को बताया ‘रिटर्न गिफ्ट’ : पूरा हवालात नर्क बना डाला था कप्‍तान ने : आनंदस्‍वरूप वर्मा नोएडा : एनडीटीवी के पत्रकार […]

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पत्रकारों का देवासुर-संग्राम आज। लड़ाई “सहगल” और “शलभ” में

: द्वापर की ही तरह है सत्‍य का युद्ध असत्‍य के साथ। कौन किससे मुंह की खायेगा : नकली सिक्‍के ढालने का टकसाल है हेमंत तिवारी : महिलाएं व नये नौजवान भी मैदान में : पढ़े-लिखे और शालीन ज्ञानेंद्र शुक्‍ला पत्रकारिता के सच्‍चे सेनानी : कुमार सौवीर लखनऊ : पात्र बदल गये हैं और कुछ […]

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फिर इत्‍ते सूचना सलाहकारों की जरूरत क्या है

  : गुटबंदी, आर्थिक रिश्तों पर दखलंदाजी या जातिवादी रिश्तों की बुनावट : ऐतिहासिक उपेक्षा हुई पत्रकारों के सम्‍मान को लेकर : एक ओर दलालों की टोली, दूसरी ओर बेहाल पत्रकार :  कुमार सौवीर लखनऊ : ( गतांक से आगे की खबर ) जिम्‍मेदारी है पत्रकारों से रिश्‍ता बनाना, रिश्‍ता मजबूत करना और सरकार और […]

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हां तो मेहरबान ! सूचना सलाहकार कौन सी चिडि़या है?

: मदारी ! ऐसे जमूरों की कलाबाजियों में मजा नहीं आ रहा : न ताकत की दवाइयां बिक रही हैं, और न जमूरा-मदारी का खेल : उप्र सूचना विभाग में मनमर्जी, ठेंगे पर गयी व्‍यवस्‍था : कुमार सौवीर लखनऊ : ( पिछले अंक के बाद ) आपने सड़क पर मजमा लगा कर जादू दिखाते हुए […]

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ब्रजलाल। नाम एक बहादुर पुलिस अफसर का

: सपा सरकार में जितनी छीछालेदर हो सकती थी, ब्रजलाल ने सब झेली : इटावा से हटने के बाद से ही ब्रजलाल पर प्रताड़ना का कहर टूटना शुरू हो गया था : बड़े अफसर ही अधीनस्‍थों की जड़ खोदने में जुटते हैं : छेड़ दीजिए ना कहने के अधिकार का आन्‍दोलन : शिवपाल अब एकांत […]

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