अमर उजाला: पहले गांजा, फिर बेसिर-पैर की खबर

  : मुख्‍यमंत्री के सूचना सलाहकार मुर्ग-मुसल्‍लम की तरह पेश कर दिया : रईस पर सहमति बनी, क्‍योंकि घोड़ा-सेवक सईस के साथ सिंह सरनेम अटपटा : बात करो तो खौखियाता है संपादक : कुमार सौवीर : लखनऊ : अरे नहीं। यह कोई गम्‍भीर अखबार नहीं है। गंजेडि़यों की टोली है। क्‍या सम्‍पादक और क्‍या रिपोर्टर […]

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फिर इत्‍ते सूचना सलाहकारों की जरूरत क्या है

  : गुटबंदी, आर्थिक रिश्तों पर दखलंदाजी या जातिवादी रिश्तों की बुनावट : ऐतिहासिक उपेक्षा हुई पत्रकारों के सम्‍मान को लेकर : एक ओर दलालों की टोली, दूसरी ओर बेहाल पत्रकार :  कुमार सौवीर लखनऊ : ( गतांक से आगे की खबर ) जिम्‍मेदारी है पत्रकारों से रिश्‍ता बनाना, रिश्‍ता मजबूत करना और सरकार और […]

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हां तो मेहरबान ! सूचना सलाहकार कौन सी चिडि़या है?

: मदारी ! ऐसे जमूरों की कलाबाजियों में मजा नहीं आ रहा : न ताकत की दवाइयां बिक रही हैं, और न जमूरा-मदारी का खेल : उप्र सूचना विभाग में मनमर्जी, ठेंगे पर गयी व्‍यवस्‍था : कुमार सौवीर लखनऊ : ( पिछले अंक के बाद ) आपने सड़क पर मजमा लगा कर जादू दिखाते हुए […]

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