चले गये लेकिन कलम यहीं छोड़ गये राहत इंदौरी

पवन सिंह लखनऊ : मेरे कुछ पसंदीदा शायरों में से एक डा० राहत इंदौरी नहीं रहे। मेरी ओर से इस बेबाक और बेहतरीन शायर को श्रद्धांजलि….उनकी कलम की “बाजीगरी” की कुछ निशानियां पेश-ए-खिद्दमत हैं….किसी शायर, किसी लेखक, किसी कवि को याद रखने का इससे बड़ा जरिया क्या होगा कि उसकी कलम की तासीर महसूस कर […]

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