नागार्जुन महान थे, लेकिन गुनगुन की व्‍यथा भी कम नहीं

: अपनी पीड़ा देर से ही बयान करने वाली स्त्री की ट्रोलिंग सही नहीं कही जा सकती : गुनगुन को सही नहीं मान रहे, तो नागार्जुन पर लगे आरोपों को भी गलत न मानें : देवेंद्र आर्य गोरखपुर : महान और जनकवि नागार्जुन पर एक युवती द्वारा दुष्‍कर्म करने के मामले में आज एक बड़े […]

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मौत के 25 बरस बाद नागार्जुन पर कीचड़

: जनकवि बाबा नागार्जुन पर एक मासूम बच्‍ची से तथाकथित दुष्‍कर्म पर हंगामा : मिथिला के दोनों कवि चुक गये, बाकी बच गया अंडा : विवाद से पल्‍ला झाड़े बुद्धिजीवियों ने चुपके से दुबके : गुनगुन के आरोप पर संशय का सवाल नहीं, लेकिन इतने बरस बाद ? : सादतपुर तो पत्रकारों-लेखकों का मोहल्‍ला था, […]

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मैं भी चाहूंगा ठीक ऐसी ही प्रशांत मौत

: सवाल-जवाब का सिलसिला हमेशा-हमेशा के लिए समाप्त : न कोई रिश्ता, न कोई नाता। न कोई लेना, और न कोई देना : कुमार सौवीर लखनऊ : आज शाम चार बजे के आसपास का वक्त रहा होगा। मेरी मुंहबोली आंटी-मां ने अपनी बहू को आवाज दी। बोलीं:- बेटा ! एक चम्मच गंगाजल दे दो। बहू […]

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साहित्‍यकार अपने पुरस्‍कार वापस करते रहे, भाजपा प्रचंड हो गयी

: अपनी औकात से बाहर निकल गये थे यह तथाकथित साहित्‍यकार और कवि : आप सिर्फ बोलते हैं, पुरस्‍कार की रकम वापस करते तो साहस जिन्‍दा रहता आपमें : जाइये, बाराबंकी, बरेली और सहानपुर हादसों पर लिखिये : कुमार सौवीर लखनऊ : जब आप किसी पर तमाचे मारते हैं, तो उसका मकसद यह होता है […]

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