मिच्छामि दुक्कड़म: … और मैं फफक कर रो पड़ा

  : कभी भों-भों कर या दांतों से होंठों को भींच कर रोना शुरू कर देता हूं : पर्यूषण-पर्व पर पूरे गर्व के साथ आत्‍म-विश्‍लेषण कीजिए : बेधड़क और साफ दिल से कहिए कि मेरी गलतियों और अपराधों के लिए मुझे क्षमा करें : अपराध बच्‍चे ही नहीं, मां-बाप भी कर सकते हैं : कुमार […]

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