गुडि़या की पिटाई और घर में पीटी जाने वाली महिला की हैसियत

: नाग-पंचमी और स्‍त्री-विमुक्तिकरण : महा शिव-पर्व के अवसर पर भयावह परम्‍परा : यौन-उत्‍पीड़न और सम्‍पत्ति हड़पने की साजिशें, श्‍वसुर-देवर लूटते हैं धन और देह भी : कुमार सौवीर लखनऊ : नाग-पंचमी एक ऐसा सामाजिक-सह-आध्यात्मिक अवसर है जो मनुष्य में अन्य प्राणियों के साथ सह-अस्तित्व की भावनाएं प्रवाहित करता है। इसमें करुणा, दया, संवेदना, भावुकता, […]

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शुभ-लाभ: लाभ तो उठाइये, लेकिन शुभ की अनिवार्यता को भी समझिये

: पहले दीपक के ढांचे को गौर से देखिये। उसमें गुरूता का प्रतीक तेल भरा भरा पड़ा : एक नया तत्‍व यानी दीप-शिखा का निर्माण हो जाता है : वास्‍तविक दीपावली तो तब होती है, जब घमंड और लालच न हो : कुमार सौवीर लखनऊ : दीपक चंद घंटों का खेल नहीं, इंसान के परिवार, […]

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भाग, दलिदर भाग !

: एक-दूसरे गांव की ओर दलिद्दर को भगाने-ठेलने की परम्‍परा के चलते आज भी समाज-गांवों में अस्तित्‍व में है दलिद्दर : लक्ष्मी मिठाई खाने घर के अंदर तक आती हैं। अलक्ष्मी नींबू और मिर्ची खाकर घर के दरवाज़े से ही संतुष्ट लौट जाती हैं : ध्रुव गुप्‍त पटना : बिहार और उत्तर प्रदेश के भोजपुरी […]

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अतिथियों को भोजन जूठे बर्तनों को चाट-चाट कर। यह सुन्‍नत नहीं, घृणास्‍पद है

: महाराष्‍ट्र, गुजरात और दक्षिण भारत में फैले एक मुस्लिम समुदाय की परम्‍परा : गुरैनी मदरसा ने इसे गैर-शरीयत करतूत बतायी : डॉक्‍टरों के हिसाब से तो यह खतरनाक कृत्‍य : कुमार सौवीर लखनऊ : हिन्‍दुस्‍तान में मेहमान को भगवान का दर्जा दिया जाता है। अतिथि देवो भवः तो भारत का आदर्श वाक्य है। हमारे […]

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